महल

निर्माता : अशोक कुमार और बॉम्बे टॉकीज 

निर्देशक : कमाल अमरोही

संगीत : खेमचंद प्रकाश

गीत : नक्शब 

मुख्य भूमिका : अशोक कुमार, मधुबाला, विजयलक्ष्मी, कुमार, कानू रॉय, शीला नाइक, लीला पांडे, नीलम और जगन्नाथ।

बॉलीवुड की पहली हॉरर फिल्म ‘महल’ थी, जिसे कमाल अमरोही ने बनाया था। वैसे तो कमाल अमरोही फिल्मों में वर्ष १९३८ से काम कर रहे थे, किंतु बतौर डायरेक्टर ‘महल’ उनकी पहली फिल्म थी, जो वर्ष १९४९ में आई थी। यह फिल्म उस दशक की सबसे बड़ी हिट साबित हुई थी। इस फिल्म ने मधुबाला के साथ-साथ लता मंगेशकर को भी स्टार बना दिया था। महल में मधुबाला और अशोक कुमार मुख्य भूमिकाओं में थे। मधुबाला को इस फिल्म से जो मुकाम हासिल हुआ, उसके बदौलत वह उस दौर की बड़ी हीरोइनों की फेहरिस्त में शामिल हो गई, जबकि वह कई वर्षों से फिल्मों में काम कर रही थीं। बीच में तो उनकी कई फिल्में बंद भी हो गई थीं। ऐसे में उन्हें पहली बार सफलता का स्वाद ‘महल’ से ही चखने को मिला था। इसी फिल्म से एक सिंगर के तौर पर १९ वर्षीय लता मंगेशकर को भी कामयाबी मिली थी। लता मंगेशकर ने ‘महल’ फिल्म का ‘आएगा आने वाला’ गाना गाया था, जो आज भी सुना जाए तो सिहरन पैदा कर देता है।

कहानी…

‘महल’ को चालीस के दशक की सबसे बड़ी सुपरहिट फिल्म कहना गलत होगा। उसने हॉरर जॉनर में आने वाले दशकों के लिए एक ट्रेंड भी सेट किया था। फिल्म की कहानी कामिनी नाम की एक ऐसी महिला की थी, जो महल में बरसों से अपने प्रेमी का इंतजार कर रही है। फिल्म की कहानी पुनर्जन्म और भुतहा घटनाओं के इर्द-गिर्द बुनी गई थी। कामिनी महल में अपने प्रेमी का इंतजार करती रह जाती है, वहीं दूसरी ओर उसके प्रेमी की नाव डूब जाती है और मर जाता है। कामिनी महल में प्रेमी का इंतजार करते हुए दम तोड़ देती है।

सच्ची घटना…

महल’ की कहानी एक सच्ची घटना पर आधारित थी। वह घटना अशोक कुमार के साथ घटी थी। अशोक कुमार ने वो घटना कमाल अमरोही को बताई और उनसे इस पर फिल्म बनाने के लिए कहा। अशोक कुमार ने एक इंटरव्यू में बताया था कि जब वह एक पहाड़ी इलाके में जीजीबॉय हाउस के पास शूटिंग कर रहे थे। आधी रात का समय था। तभी वहां अशोक कुमार ने एक महिला की कार में सिरकटी लाश देखी। तभी वो महिला वहां से गायब हो गई और अशोक कुमार के होश उड़ गए। अशोक कुमार ने वह बात अपने स्टाफ को भी बताई, लेकिन उन्हें लगा कि एक्टर ने कोई सपना देखा होगा। जब अशोक कुमार इस बारे में शिकायत दर्ज करवाने पुलिस स्टेशन गए तो वहां उन्हें बताया गया कि ऐसी घटना उसी जगह पर १४ वर्ष पहले हो चुकी है।

ट्रेंडसेटर…

सत्तर से भी अधिक समय हो चुके हैं, ‘महल’ को रिलीज हुए, लेकिन आज भी वह आने वाली फिल्मों के लिए एक पाठ है, एक मंजिल है, एक विषय है और एक मुकाम है। आने वाले कई दशकों तक जितनी भी हॉरर फिल्में बनीं, उनमें कहीं न कहीं ‘महल’ फिल्म की झलक या उसके एलिमेंट्स देखने को मिले। फिर चाहे वो पुनर्जन्म हो या फिर पुरानी हवेली। ‘महल’ में ही पहली बार पुनर्जन्म का किस्सा दिखाया गया था, जिसे बाद में कई फिल्मों में दोहराया गया। इनमें ‘कर्ज’, ‘मधुमति’, ‘मिलन’, ‘महबूबा’ और ‘ओम शांति ओम’ जैसी फिल्में शामिल हैं। यही नहीं इसी फिल्म के बाद हॉरर मूवीज में पुरानी भुतहा हवेली दिखाए जाने का चलन भी शुरू हुआ था।

कमाई…

‘महल’ उस समय ९ लाख रुपये में बनी थी, जिसने तब १.४५ करोड़ की कमाई की थी, जो कि आज के हिसाब से ८५० करोड़ रुपए हुए। इसे भारत की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में से एक माना जाता है। ‘महल’ को एक्ट्रेस देविका रानी के प्रोडक्शन हाउस बॉम्बे टाकीज ने प्रोड्यूस किया था। उस समय बॉम्बे टाकीज की माली हालत ठीक नहीं थी। लेकिन ‘महल’ ने बॉम्बे टाकीज की हालत सुधार दी और खूब मुनाफा कमाया। इस फिल्म को ब्रिटिश फिल्म इंस्टिट्यूट की दस ग्रेट रोमांटिक हॉरर फिल्मों की लिस्ट में शामिल किया गया।

अश्विनी रायhttp://shoot2pen.in
माताजी :- श्रीमती इंदु राय पिताजी :- श्री गिरिजा राय पता :- ग्राम - मांगोडेहरी, डाक- खीरी, जिला - बक्सर (बिहार) पिन - ८०२१२८ शिक्षा :- वाणिज्य स्नातक, एम.ए. संप्रत्ति :- किसान, लेखक पुस्तकें :- १. एकल प्रकाशित पुस्तक... बिहार - एक आईने की नजर से प्रकाशन के इंतजार में... ये उन दिनों की बात है, आर्यन, राम मंदिर, आपातकाल, जीवननामा - 12 खंड, दक्षिण भारत की यात्रा, महाभारत- वैज्ञानिक शोध, आदि। २. प्रकाशित साझा संग्रह... पेनिंग थॉट्स, अंजुली रंग भरी, ब्लौस्सौम ऑफ वर्ड्स, उजेस, हिन्दी साहित्य और राष्ट्रवाद, गंगा गीत माला (भोजपुरी), राम कथा के विविध आयाम, अलविदा कोरोना, एकाक्ष आदि। साथ ही पत्र पत्रिकाओं, ब्लॉग आदि में लिखना। सम्मान/पुरस्कार :- १. सितम्बर, २०१८ में मध्यप्रदेश सरकार द्वारा विश्व भर के विद्वतजनों के साथ तीन दिनों तक चलने वाले साहित्योत्त्सव में सम्मान। २. २५ नवम्बर २०१८ को The Indian Awaz 100 inspiring authors of India की तरफ से सम्मानित। ३. २६ जनवरी, २०१९ को The Sprit Mania के द्वारा सम्मानित। ४. ०३ फरवरी, २०१९, Literoma Publishing Services की तरफ से हिन्दी के विकास के लिए सम्मानित। ५. १८ फरवरी २०१९, भोजपुरी विकास न्यास द्वारा सम्मानित। ६. ३१ मार्च, २०१९, स्वामी विवेकानन्द एक्सिलेन्सि अवार्ड (खेल एवं युवा मंत्रालय भारत सरकार), कोलकाता। ७. २३ नवंबर, २०१९ को अयोध्या शोध संस्थान, संस्कृति विभाग, अयोध्या, उत्तरप्रदेश एवं साहित्य संचय फाउंडेशन, दिल्ली के साझा आयोजन में सम्मानित। ८. The Spirit Mania द्वारा TSM POPULAR AUTHOR AWARD 2K19 के लिए सम्मानित। ९. २२ दिसंबर, २०१९ को बक्सर हिन्दी साहित्य सम्मेलन, बक्सर द्वारा सम्मानित। १०. अक्टूबर, २०२० में श्री नर्मदा प्रकाशन द्वारा काव्य शिरोमणि सम्मान। आदि। हिन्दी एवं भोजपुरी भाषा के प्रति समर्पित कार्यों के लिए छोटे बड़े विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं द्वारा सम्मानित। संस्थाओं से जुड़ाव :- १. जिला अर्थ मंत्री, बक्सर हिंदी साहित्य सम्मेलन, बक्सर बिहार। बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन, पटना से सम्बद्ध। २. राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सह न्यासी, भोजपुरी विकास न्यास, बक्सर। ३. जिला कमिटी सदस्य, बक्सर। भोजपुरी साहित्य विकास मंच, कलकत्ता। ४. सदस्य, राष्ट्रवादी लेखक संघ ५. जिला महामंत्री, बक्सर। अखिल भारतीय साहित्य परिषद। ६. सदस्य, राष्ट्रीय संचार माध्यम परिषद। ईमेल :- ashwinirai1980@gmail.com ब्लॉग :- shoot2pen.in

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