हे घनिष्ठ वशिष्ठ !
आज के विशिष्ठ दिवस पर
कनिष्ठ का प्रणाम स्वीकार हो
हे कर्मिष्ठ वशिष्ठ !
आप कर्मनिष्ठ और क्रियानिष्ठ हों
हे अंतर्निष्ठ वशिष्ठ !
आप आत्मनिष्ठ और तत्वनिष्ठ हों
हे द्रढिष्ठ वशिष्ठ !
आप ओजिष्ठ और धनिष्ठ हों
हे ज्ञाननिष्ठ वशिष्ठ !
आप कणिष्ठ को जानने वाले हों
हे धर्मिष्ठ वशिष्ठ !
आप धर्मानिष्ठ और एकनिष्ठ हों
हे ईश्वरनिष्ठ वशिष्ठ !
आप अन्जिष्ठ की भांति
प्रकाशवान और गतिमान हों
हे वशिष्ठ !
आप की सदा जय हो