लेखक, गीतकार, कहानीकार, चित्रकार, मूर्तिकार, पुरातत्वविद् आदि विषयों में महारथ हासिल करने वाले कृष्णदास जी ‘ललित कला अकादमी' के भी सदस्य थे, परंतु उनका विशेष योगदान हिन्दी के प्रति रहा। उन्होंने इसमें...
साझा संग्रह में प्रकाशित...
सनातन संस्कृति के मुख्यतः चार संप्रदाय हैं, वैदिक, वैष्णव, शैव और स्मार्त। शैव संप्रदाय के अंतर्गत ही शाक्त, नाथ और संत संप्रदाय आते हैं। नाथ संप्रदाय बौद्ध, शैव तथा...
आज हम बात करने वाले हैं, वर्ष २०२२ में पद्मश्री पुरस्कार-उपाधि से अलंकृत प्रसिद्धि साहित्यकार रघुवेंद्र तंवर जी के बारे में, जिन्हें भारत सरकार ने जनवरी २०२२ में भारतीय ऐतिहासिक अनुसंधान परिषद,...
प्राची के वातायन पर चढ़
प्रात किरन ने गाया,
लहर-लहर ने ली अँगड़ाई
बंद कमल खिल आया,
मेरी मुस्कानों से मेरा
मुख न हुआ उजियाला,
आशा के मैं क्या तुमको राग सुनाऊँ।
क्या गाऊँ जो मैं तेरे मन को...
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा,
झण्डा ऊँचा रहे हमारा।
सदा शक्ति सरसाने वाला
प्रेम-सुधा बरसाने वाला
वीरों को हरसाने वाला
मातृभूमि का तन-मन सारा,
झण्डा ऊँचा रहे हमारा।
इस गीत को आप सभी ने सुना ही होगा, जी हां भारतीय...