सिद्धगन्धर्वयक्षाद्यैरसुरैरमरैरपि। सेव्यमाना सदा भूयात् सिद्धिदा सिद्धिदायिनी।। माँ दुर्गा की...
साहित्य
सुरासंपूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च। दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे ।।...
दधाना कर पद्माभ्यामक्ष माला कमण्डलु | देवी प्रसीदतु मयि...
रामायण तो आपको याद ही होगा, जी हां रामानंद...
लालबहादुर शास्त्री जी का जन्म २ अक्टूबर, १९०४ को...
आज गीताप्रेस गोरखपुर का नाम किसी भी भारतीय के...