जग क्या है? बस एक आईना, वही दिखाता, जो मन ने ठाना। जैसा...
Month: November 2025
I. कविता का संक्षिप्त सार ‘संगतकार’ कविता मुख्य गायक (या कलाकार) की...
‘फसल’ नागार्जुन के प्रकृति और श्रम के प्रति गहरे सम्मान को दर्शाती है। यह...
I. कविता का संक्षिप्त सार ‘यह दंतुरित मुस्कान’ कविता में कवि नागार्जुन ने...
I. ‘अट नहीं रही है’ का केंद्रीय भाव और संक्षिप्त सार सूर्यकांत...
I. कविता का संक्षिप्त सार ‘उत्साह’ कविता बादलों को संबोधित एक आवाहन गीत...
I. ‘आत्मकथ्य’ का केंद्रीय भाव और संक्षिप्त सार उपन्यास सम्राट मुंशी प्रेमचंद के...
राम लक्ष्मण परशुराम संवाद यह संवाद तुलसीदास जी के महान ग्रंथ ‘रामचरितमानस’ के...
सूरदास के ‘भ्रमरगीत’ के ये पद हिंदी साहित्य की अमूल्य धरोहर हैं, जहाँ प्रेम...
✨ ‘चुपके चुपके’ (1975) समीक्षा: क्यों हृषिकेश मुखर्जी की यह कॉमेडी आज भी एक...