The Spirit Mania

साहित्यिक प्रतियोगिता : १.८
दिनाँक : ०८/१२/१९

शीर्षक : कल्पना की उड़ान

कल्पना को विस्तार दो
हवा के पर को बहार दो
कभी तुम भी उड़ लिया करो
कविता को नया आकार दो

कुछ और समीप आओ
अपने हृदय कमल को प्यार दो
यह संसार बड़ा विस्तृत है
पा सको तो ठिक वर्ना बिसरा दो

कुछ पाना है तो पाओ
कुछ खोना चाहो तो खो दो
जीवन के अनुभव से जी लो
वर्ना अपना नया आकार दो

अधरों की प्यास बड़ी है
नदियों से प्यास बूझा लो
अपनी सीमाएँ छोटी ना करना
आकाशगंगा को भी पेय बना लो

जो भी हो दिल में
खुल कर आज कर लो
एहसासों के दरवाजे खोल कर
जैसी चाहे छवि बैठा लो

मन पर धूल ना जमने देना
उन पर अरमानों के पर लगा दो
भावों के सागर से उठकर
नवजीवन को विस्तार दे दो

श्वेत श्याम भरे इस जीवन में
खुशियों के रंग आज भर दो
हवा के परों पर बैठ बैठे
अपनी कल्पना को विस्तार दो

अश्विनी राय ‘अरूण’

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