आज हम बात करने वाले हैं, जानी-मानी उपन्यासकार एवं लेखिका शिवानी की छाया स्वरूप पुत्री एवं हिंदी लेखिका, पत्रकार एवं भारतीय टेलीविजन की जानी-मानी हस्ती मृणाल पाण्डे के बारे में…
परिचय…
मृणाल पाण्डे का जन्म २६ फरवरी, १९४६ को मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ में पिता एस.डी. पन्त एवम माता शिवानी के यहां हुआ था। मृणाल को साहित्यानुराग विरासत में मिला क्योंकि मृणाल पाण्डे की माँ शिवानी जानी-मानी उपन्यासकार एवं लेखिका थीं।
कार्य…
अगस्त २००९ तक वे भारत में सबसे अधिक पढ़े जाने वाले अख़बारों में से एक हिन्दी दैनिक “हिन्दुस्तान” की सम्पादिका थीं, साथ ही वे हिन्दुस्तान टाइम्स के हिन्दी प्रकाशन समूह की सदस्या भी हैं। इसके अलावा वो लोकसभा चैनल के साप्ताहिक साक्षात्कार कार्यक्रम (बातों बातों में) का संचालन भी करती हैं।
लेखन…
पहली कहानी प्रतिष्ठित हिंदी साप्ताहिक ‘धर्मयुग’ में उस समय छपी, जब वह युवावस्था की दहलीज पर थीं। मृणाल ने अपनी कहानियों में शहरी जीवन और सामाजिक परिवेश में महिलाओं की स्थिति को केंद्रीय विषय बनाया है। उनकी कहानियां तेज़ीसे बदलता सामाजिक परिवेश, रिश्तों की उधेड़-बुन भी उनकी कहानियों मे प्रमुखता से नजर आती है।
प्रमुख कृतियाँ…
क. उपन्यास :
१. अपनी गवाही
२. हमका दियो परदेस
३. रास्तों पर भटकते हुए
४. पटरंग
५. देवी
६. ओ ओबेरी।
ख. कहानियाँ :
१. यानी कि एक बात थी
२. बचुली चौकीदारिन की कढ़ी
३. एक स्त्री का विदागीत
४. चार दिन की जवानी तेरी।