आज हम बात करने वाले हैं ७ सितम्बर, १८७७ में प्रथम बार प्रकाशित एक मासिक पत्र हिंदी प्रदीप के बारे में, जिसे श्री बालकृष्ण भट्ट जी द्वारा निकाला गया था और इसके...
आज हम बात करने वाले हैं, आज के विषय पर यानी दैनिक समाचार पत्र ‘आज’ के बारे में, जो कभी वाराणसी से प्रकाशित प्रमुख हिन्दी दैनिक पत्र था, तथा जो अब वाराणसी...
जैसा आपने पिछले लेख में पढ़ा था कि जिस वक्त ‘हरिश्चन्द्र मैगजीन’ में अन्य लेखों के साथ देशभक्ति से परिपूर्ण लेख प्रकाशित होने लगे तो अंग्रेजी सरकार ने इसे बन्द करा दिया।इसके...
जैसा कि हम अपने पिछले लेख में कहा था कि भारतेन्दु जी की टीका टिप्पणियों से अधिकारी तक घबराते थे। एक बार की बात है कि “कविवचनसुधा” के “पंच” पर रुष्ट होकर...
आज हम भारतेन्दु हरिशचंद्र द्वारा प्रकाशित एवम संपादित एक हिन्दी समाचार पत्र कवि वचन सुधा के बारे में चर्चा करेंगे, इस पत्र के प्रकाशन से पूर्व में ही हिन्दी में छपने वाले...
कानपुर के रहने वाले चार लोगों ने एक साथ मिलकर, ९ नवम्बर, १९१३ दिन रविवार को एक समाचार पत्र शुरू किया और नाम रखा ‘प्रताप’। वे चार लोग थे गणेश शंकर विद्यार्थी,...
देश की सबसे लोकप्रिय गायिका तथा छ: दशकों तक भारतीय ही नहीं वरन विश्व के तमाम श्रोताओं के हृदय में अपनी मधुर आवाज से दिलों दिमाग पर राज करने वाली आदरणीय लताजी...
कलकत्ता में १८७८ से पूर्व तक हिन्दी का कोई भी पत्र प्रकाशित नहीं होता था। वहां बंगला और अंग्रेजी के पत्र ही निकला करते थे, जिससे हिंदी भाषियों को देश की स्तिथि...