मेरे बच्चे! तुम जब बड़े हो जाना तो सुन...
कविता
जीवन की धमनियों में बहते प्रवाह को ही कविता कहते हैं।
वो कौन है? उसके पीछे कौन है? क्या...
जब कभी यह खिलते होंगे, चिड़ियन भी सब...
विषय : अनजान राहें लाख कठिन हो, मगर इस...
विषय : स्वर्णपदक मैं जीतना चाहता हूँ, अपने...
मोबाइल मेरी परछाई नहीं, मेरे कल के काल का...
मूल से मूल निकालोगे, तो क्या मूल्य तुम...
अगर बरसातें होती तो क्या बात होती अगर...
क्या खास है इसमें इक मीठी सी चुसकी...