जब कभी यह खिलते होंगे, चिड़ियन भी सब...
कविता
जीवन की धमनियों में बहते प्रवाह को ही कविता कहते हैं।
विषय : अनजान राहें लाख कठिन हो, मगर इस...
विषय : स्वर्णपदक मैं जीतना चाहता हूँ, अपने...
मोबाइल मेरी परछाई नहीं, मेरे कल के काल का...
मूल से मूल निकालोगे, तो क्या मूल्य तुम...
अगर बरसातें होती तो क्या बात होती अगर...
क्या खास है इसमें इक मीठी सी चुसकी...
अटल बिहारी वाजपेई भारत के तीन बार के प्रधानमन्त्री...
न जाने वो कहाँ चली गयी बिन उसके...