मैंने शादी की कि
सुकून से रह सकूं,
किसी और ने शादी नहीं की
कि सुकून से रह सके।
मेरी सुकून से कटी या नहीं
ये मैं जानता हूं
मगर उसकी सुकून से कटी
ये कौन जानता है।
एक मैं...
UBI Contest १००
अर्धशतक को पार कर चुके
वो शतक की आस लगा चुके हैं
उन्हें अब भी जवानी का दंभ है
जो पेशानी को विकेट बना चुके हैं
हर कोई शतक कहां लगाता है
हर कोई लंबी...
UBI Contest ९९
कभी मन बहलाने को जो लिखे थे
देखे तो वो खत बन गए थे
सोचा था पढ़ कर तुझे सुनाऊंगा
गीत बना उसे तेरे सामने गाऊंगा
कुछ प्यार के मोती बिखरे थे
कुछ कहे सुने...
UBI contest ९८
हिन्दी
श्रेणी कविता
ब्लैकबोर्ड
ब्लैक बोर्ड की तरह
है हमारी जिन्दगी।
कभी साफ सुथरी,
तो कभी पुती सी गंदी।
कभी उस पर लिखा
मन को भा जाता है,
कभी वो हमारी
कमियां दिखता है।
सवाल देख कोई
खुद का मुंह छिपाता है,
कोई...
प्यार के छोटे बोल पर
रिश्ता निभाना आता है।
तेरे लिए कृपण रस्म को,
रिवाज में ढालना आता है।।
गैरों से कैसे मेल बढ़ाते हैं
तुम्हें ये अदा बेसक आती है
हमें ही नजरंदाज करते हो
यही अंदाज...
क्रोध भी हाजिर है,
बस दिखाने के, डराने के।
नफरत भी हाजिर उसके,
कमियों को एहसास दिलाने के।
बेईमानी तो उसके जगजाहिर है,
अपने दो मुहें रूप दिखाने के।
खारे आँसू भी हैं उसके पास,
जज्बाती हथियार बनाने के।
गहरा...
मेरी अनेकानेक गलतियों में
एक गलती यह है कि
मैं राजनीति नहीं जानता
मैं कूटनीति भी नहीं जानता
मेरी मातृभूमि मृत्यशय्या पर
दिन गिनने को लाचार है
मगर मैं कुछ कर नहीं सकता
यह मेरी एक और गलती है
सुन...