मैंने कहा, जाती हुई उम्र से… ‘जरा ठहरो ना’...
कविता
जीवन की धमनियों में बहते प्रवाह को ही कविता कहते हैं।
कभी बचपन के पास से गुजर कर देखो बचपना...
#UBI_contest_111 #कविता विषय : आम का अचार आम का...
आज की कविता है, बेटियां तितली नहीं हैं! ...
शिवाय नमः, शंकराय नमः, जगदीश्वराय नमः, महेश्वराय नमः। ...
छोटा सा नन्हा सा वो पोस्टकार्ड ना जाने कहां...
यादों के पिटारे से निकाल कर एक पोस्टकार्ड भिजवा...
॥ यूं ही जिंदगी हाथों से ॥ ॥ फिसलती...
UBI Contest १०३ हिन्दी श्रेणी कविता सूरजमुखी शीर्षक :...
वासुदेव श्री कृष्ण कौन हैं? वो क्या हैं? और...