मदन कश्यप का जन्म २९ मई, १९५४ को बिहार के वैशाली में हुआ था। वे भारत के जानेमाने कवि हैं। वर्ष २०१५ में उन्हें उनकी कृति ‘दूर दूर तक चुप्पी एवं अपना ही देश’ के लिये ‘केदार सम्मान’ से सम्मानित किया गया था। मदन कश्यप जितने प्रेम के कवि हैं, उतने ही प्रकृति, जीवन राग व संघर्ष के भी कवि हैं।

मुख्य रचनाएँ…

१. गूलर के फूल नहीं खिलते (१९९०),

२. लेकिन उदास है पृथ्वी (१९९३),

३. नीम रोशनी में (२०००) उनकी श्रेष्ठ रचनाओं में से हैं।

उनकी पांच उम्दा कविताएं इस प्रकार हैं…

१. बेरोज़गार पिता की बेटी

२. तब भी प्यार किया

३. साठ का होना

४. फिर लोकतन्त्र

५. भूख का कोरस

समाज व परिवार, संवेदना व करुणा उनके अंतःकरण में रहते हैं, जो उनकी लेखनी में दिखाई पड़ते हैं। इसके प्रमाण ‘लेकिन उदास है पृथ्वी’, ‘नीम रोशनी में’, ‘कुरूज’, ‘दूर तक चुप्पी’ और ‘अपना ही देश’ नामक काव्य हैं।

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