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काशी में गंगा तट पर अनेक सुंदर घाट बने हैं, ये सभी घाट किसी न किसी पौराणिक या धार्मिक कथा से संबंधित हैं। काशी में लगभग ८४ घाट हैं, जो लगभग ४ मील लम्‍बे तट पर बने हुए हैं। इन ८४ घाटों में पाँच घाट बहुत ही पवित्र माने जाते हैं। इन्‍हें सामूहिक रूप से ‘पंचतीर्थ’ कहा जाता है। ये हैं असी घाट, दशाश्वमेध घाट, आदिकेशव घाट, पंचगंगा घाट तथा मणिकर्णिका घाट।

१. अक्रूर घाट का निर्माण राय शिव प्रसाद जी ने करवाया था।

२. अग्निश्वर घाट का निर्माण माधोराव पेशवा ने करवाया था।

३. अमरोहागिरी बावली घाट का निर्माण बाबू केशव दास जी ने करवाया था।

४. असीघाट का निर्माण बनारस के तत्कालीन महाराज ने करवाया था। घाट के पास कई मंदिर ओर अखाड़े हैं। असीघाट के उत्तर में ‘जगन्नाथ मंदिर’ है, जहाँ प्रतिवर्ष मेले का आयोजन किया जाता है। यह घाट श्रद्धालुओं की आस्था व आकर्षण का प्रमुख केन्द्र है।

५. अमरोहागिरी बावली घाट का निर्माण बाबू केशव दास जी ने करवाया था।

६. आदिकेशव घाट काशी के वरुणा व गंगा के संगम पर स्थित है। यहाँ संगमेश्वर व ब्रह्मेश्वर मंदिर दर्शनीय हैं।

७. केदारी घाट का निर्माण कुमार स्वामी ने करवाया था। केदार घाट का नाम केदारेश्वर महादेव मंदिर के नाम पर पड़ा है। केदारी घाट के समीप में ही स्वामी करपात्री आश्रम व गौरी कुंड स्थित है।

८. खिरकी घाट का निर्माण महाराजा, इंदौर ने करवाया था।

९. खोरी घाट का निर्माण कवीन्द्र नारायण सिंह ने करवाया था।

१०. गंगामहल घाट का निर्माण मथुरा पांडे ने करवाया था।

११. गणेश घाट का निर्माण माधोराव पेशवा ने करवाया था।

१२. गायघाट का निर्माण घाट के ब्राह्मण समाज ने करवाया था।

१३. गुलरिया घाट का निर्माण लल्लू जी अग्रवाल ने करवाया था।

१४. गोला घाट का निर्माण नगर निगम ने करवाया है।

१५. घोड़ा घाट का निर्माण भी नगर निगम ने करवाया है।

१६. चेतसिंह घाट का निर्माण पंचकोट के राजा ने करवाया है।

१७. चौकी घाट का निर्माण नगर निगम ने करवाया है।

१८. चौसट्ठी घाट वाराणसी घाट का निर्माण उदयपुर के राजा ने करवाया है।

१९. जलसाई घाट का निर्माण उदयपुर के राजा ने करवाया है।

२०. जानकी घाट का निर्माण अशर्फी सिंह ने करवाया है।

२१. जैन घाट का निर्माण नगर निगम ने करवाया है।

काशी के घाट भाग – ३ 

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