श्रीरामकृष्ण परमहंस के शिष्य एवं परमहंस योगानंद के गुरु श्रीमान 'एम' तथा 'मास्टर महाशय' के नाम से प्रसिद्ध महेन्द्रनाथ गुप्त का जन्म १२ मार्च, १८५४ को कोलकाता (कलकत्ता) में हुआ था।
परिचय...
महेंद्रनाथ गुप्ता...
आज हम बात करेंगे, श्री रामकृष्ण परमहंस के प्रमुख शिष्यों में से एक एवं प्रमुख बंगाली संगीतकार, कवि, नाटककार, उपन्यासकार, नाट्यपरिचालक और नट के बारे में, जिन्होंने ‘ग्रेट नेशनल थिएटर’ की स्थापना...
पश्चिम को योग और ध्यान से परिचित कराने वाले स्वामी विवेकानंद के बारे में वहां कम ही लोग जानते हैं लेकिन भारत में इस बंगाली बुद्धिजीवी का अब भी बहुत सम्मान किया...
स्वामी विवेकानन्द मैकाले द्वारा प्रतिपादित और उस समय प्रचलित अंग्रेजी शिक्षा व्यवस्था के विरोधी थे, क्योंकि इस शिक्षा का उद्देश्य सिर्फ बाबुओं की संख्या बढ़ाना था। वह ऐसी शिक्षा चाहते थे जिससे...
मेरे अमरीकी बहनों और भाइयों!
आपने जिस सम्मान सौहार्द और स्नेह के साथ हम लोगों का स्वागत किया है, उसके प्रति आभार प्रकट करने के निमित्त खड़े होते समय मेरा हृदय अवर्णनीय हर्ष...
युवावस्था में उन्हें पाश्चात्य दार्शनिकों के निरीश्वर भौतिकवाद तथा ईश्वर के अस्तित्व में दृढ़ भारतीय विश्वास के कारण गहरे द्वंद्व से गुज़रना पड़ा। परमहंस जी जैसे जौहरी ने रत्न को परखा। उन...
एक युवा संन्यासी के रूप में महान भारतीय संस्कृति की सुगंध को विदेशों में बिखेरने वाले साहित्य, दर्शन और इतिहास के प्रकाण्ड ज्ञाता नरेंद्रनाथ दत्त ने हिन्दू धर्म को गतिशील तथा व्यावहारिक...
रामकृष्ण परमहंस के प्रिय शिष्य स्वामी विवेकानंद के गुरुभाई तथा रामकृष्ण मिशन के द्वितीय अध्यक्ष स्वामी शिवानंद के प्रिय शिष्य स्वामी रंगनाथानन्द जी रामकृष्ण संघ के रामकृष्ण मिशन के तेरहवें संघध्यक्ष बने...