कूटनीति, अर्थनीति, राजनीति के महाविद्वान चाणक्य को कौन नहीं जानता, कोई उन्हें कौटिल्य कहता है, तो कोई विष्णुगुप्त। कोई उन्हें मगध सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य के महामंत्री के रूप में तो कोई उन्हें...
कहा जाता है कि मगध दरबार के महाकवि व दर्शनीय अश्वघोष को कुषाण नरेश कनिष्क ने मगध पर आक्रमण कर अपने साथ पुरुषपुर यानी आज का पेशावर ले गया था। अश्वघोष की...
आज हम बात करने वाले हैं, प्राचीन भारत के एक महान ज्योतिषविद् और गणितज्ञ आर्यभट के बारे में, जिन्होंने अपनी महान ज्योतिषीय ग्रंथ आर्यभटीय में अपने द्वारा किए ज्योतिषशास्त्र के अनेक सिद्धांतों...
मैथिली व संस्कृत भाषा के मूर्धन्य कवि, लेखक, नाटककार एवम संगीतकार श्री ज्योतिरीश्वर ठाकुर या कविशेखराचार्य ज्योतिरीश्वर ठाकुर को वर्ण रत्नाकर के लिए जाना जाता है, जो मैथिली भाषा में उनका विश्वकोशीय...
विद्यापति मैथिली और संस्कृत भाषा के कवि, संगीतकार, लेखक, दरबारी और राज पुरोहित थे। वह शिव के भक्त थे, लेकिन उन्होंने प्रेम गीत और भक्ति वैष्णव गीत भी लिखे। उन्हें 'मैथिल कवि...
मधुबनी का भटपुरा और भटसीमर गांव भाट्टमीमांसा के गढ़ थे। मीमांसा अध्ययन की प्रधानता का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि जब १५वीं सदी के मध्य में विश्वासदेवी के शासन...
कामसूत्र एवं न्यायसूत्रभाष्य के रचनाकार वात्स्यायन या मल्लंग वात्स्यायन का काल गुप्तवंश के समय यानी छठवीं शताब्दी से आठवीं शताब्दी के मध्य माना जाता है, मगर इसमें विद्वानों का मदभेद है, जिसपर...
आज हम बात करने वाले हैं, देव भाषा संस्कृत की प्रसिद्ध नीतिपुस्तक पंचतन्त्र के रचनाकार पंडित विष्णु शर्मा जी के बारे में, जिन्होंने नीतिकथाओं में प्रथम स्थान पर स्थित पंचतन्त्र की रचना...