Tag: हिंदी साहित्य

विद्यापति

विद्यापति मैथिली और संस्कृत भाषा के कवि, संगीतकार, लेखक, दरबारी और राज पुरोहित थे। वह शिव के भक्त थे, लेकिन उन्होंने प्रेम गीत और भक्ति वैष्णव गीत भी लिखे। उन्हें 'मैथिल कवि...

स्वामी भवानी दयाल संन्यासी

आज हम बात करने जा रहे हैं, एक ऐसे राष्ट्रसेवक, देशभक्त, हिन्दी सेवक के बारे में, जिन्होंने भारत से बाहर दक्षिण अफ्रीका में हिंदी साहित्य एवम भाषा को स्थापित किया तथा भारत...

कबीर दास

भजो रे भैया राम गोविंद हरी। राम गोविंद हरी भजो रे भैया राम गोविंद हरी।। जप तप साधन नहिं कछु लागत, खरचत नहिं गठरी।। संतत संपत सुख के कारन, जासे भूल परी।। कहत कबीर राम नहीं...

संत रैदास

रविदास अथवा रैदास मध्यकालीन भारत के महान संत थे। इन्हें सतगुरु अथवा जगतगुरु की उपाधि दी जाती है। इन्होने रैदासिया अथवा रविदासिया पंथ की स्थापना की और इनके रचे गये कुछ भजन...

राय कृष्णदास

लेखक, गीतकार, कहानीकार, चित्रकार, मूर्तिकार, पुरातत्वविद् आदि विषयों में महारथ हासिल करने वाले कृष्णदास जी ‘ललित कला अकादमी' के भी सदस्य थे, परंतु उनका विशेष योगदान हिन्दी के प्रति रहा। उन्होंने इसमें...

भारतीय साहित्य में नाथ परंपरा की अनुश्रुतियां और दंतकथाएं

साझा संग्रह में प्रकाशित... सनातन संस्कृति के मुख्यतः चार संप्रदाय हैं, वैदिक, वैष्णव, शैव और स्मार्त। शैव संप्रदाय के अंतर्गत ही शाक्त, नाथ और संत संप्रदाय आते हैं। नाथ संप्रदाय बौद्ध, शैव तथा...

चंदबरदाई

हिन्दी साहित्य के आदिकालीन कवि तथा पृथ्वीराज चौहान के परम् मित्र, जिन्होंने पृथ्वीराज रासो नामक प्रसिद्ध हिन्दी ग्रन्थ की रचना की थी, आज हम उस महान साहित्य साधक, धर्म परायण चंदबरदाई के...

पं. सूर्यनारायण व्यास

महर्षि सान्दीपनी की परम्परा के वाहक पण्डित सूर्यनारायण व्यास जी हिन्दी के व्यंग्यकार, पत्रकार, स्वतंत्रता सेनानी एवं ज्योतिर्विद थे। उन्हें उनके साहित्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में किए गए महानतम कार्यों के...
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