एक ही नदी के हैं ये दो किनारे दोस्तों...
Year: 2020
एक पाति पत्नी के नाम तुम जब नहीं होती…...
नगाड़े बज उठे दुंदुभी भी बज पड़ी है...
जमाने के रंग जब जब बदले, तुम भी...
आओ कुछ बात करें अपने जहान की, हाँथ...
जिंदगी के टेढ़े-मेढ़े राहों से, एक शाम गुजरती...
प्रेम आखों कि ईनायत है वो दिल कि...
खिड़की से जब बाहर झांकता हूँ, यादे पास...
शादी वाली बात है, अजी हमारी शादी वाली...