खुशवंत सिंह

आज हम बात करने वाले हैं, भारत के प्रसिद्ध पत्रकार, लेखक, उपन्यासकार और इतिहासकार खुशवंत सिंह जी के बारे में, जिन्होंने पत्रकार के रूप में बहुत लोकप्रियता प्राप्त की तथा ‘भारत सरकार’ के ‘विदेश मन्त्रालय’ में विदेश सेवा के सम्माननीय पद पर भी उन्होंने कार्य किया था। सिर्फ इतना ही नहीं वर्ष २००० में उन्हें ‘वर्ष का ईमानदार व्यक्ति’ सम्मान से सम्मानित किया गया था। अब विस्तार से…

परिचय…

खुशवंत सिंह जी का जन्म २ फ़रवरी, १९१५ को पंजाब के ‘हदाली’ (अब पाकिस्तान में) नामक स्थान पर हुआ था। उनके पिता जी का नाम सर सोभा सिंह था, जो अपने समय के प्रसिद्ध ठेकेदार थे। उस दिनों सोभा सिंह जी को आधी दिल्ली का मालिक कहा जाता था। खुशवंत सिंह जी ने ‘गवर्नमेंट कॉलेज’, लाहौर और ‘कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी’ में शिक्षा पाई थी। इसके बाद लंदन से ही क़ानून की डिग्री हासिल करने के बाद लाहौर में वकालत करने लगे। खुशवंत सिंह जी का विवाह कवल मलिक के साथ हुआ, जिनसे उन्हें एक पुत्र राहुल सिंह एवम एक पुत्री माला का जन्म हुआ।

पत्रकार…

खुसवंत जी एक कुशल पत्रकार थे और पत्रकारिता में बहुत ख्याति अर्जित की। वर्ष १९५१ में वे आकाशवाणी से संबद्ध थे और फिर वर्ष १९५१ से वर्ष १९५३ तक भारत सरकार के पत्र ‘योजना’ का संपादन किया। उसके बाद वर्ष १९८० तक वे मुंबई से प्रकाशित प्रसिद्ध अंग्रेज़ी साप्ताहिक ‘इल्लस्ट्रेटेड वीकली ऑफ़ इंडिया’ के और ‘न्यू डेल्ही’ के संपादक रहे। वर्ष १९८३ तक वे दिल्ली के प्रमुख अंग्रेज़ी दैनिक ‘हिन्दुस्तान टाइम्स’ के संपादक रहे। तभी से वे प्रति सप्ताह एक लोकप्रिय ‘कॉलम’ लिखते रहे, जो अनेक भाषाओं के दैनिक पत्रों में प्रकाशित होता है/था।

उच्च पदों पर कार्य…

वर्ष १९४७ से कुछ वर्षों तक खुशवंत सिंह जी ने भारत के विदेश मंत्रालय में विदेश सेवा के महत्त्वपूर्ण पदों पर भी कार्य किया। वर्ष १९८० से १९८६ तक वे राज्य सभा के मनोनीत सदस्य भी रहे थे।

लेखन…

खुशवंत सिंह जी के बारे में सही तौर पर कहा जाए तो वे कथाकार हैं। उपन्यास एवं कहानियों के क्षेत्र में उनका योगदान उनके लेखन में प्राथमिक महत्व का है। परंतु, इसके अतिरिक्त व्यंग्य-विनोद-मिश्रित विचारपरक एवं इतिहास के क्षेत्र में भी उनका योगदान कम महत्वपूर्ण नहीं है। संस्मरण एवं आत्मकथा लिख कर उन्होंने प्रसिद्धि प्राप्त की है। वर्तमान संदर्भों और प्राकृतिक वातावरण पर भी उनकी कई रचनाएँ हैं। दो खंडों में प्रकाशित ‘सिक्खों का इतिहास’ उनकी प्रसिद्ध ऐतिहासिक कृति है। हालाँकि इस इतिहास में अभिव्यक्त कुछ तथ्यों की प्रामाणिकता पर संदेह भी व्यक्त किया गया है। साहित्य के क्षेत्र में पिछले सत्तर वर्ष में खुशवन्त सिंह का विविध आयामी योगदान महत्त्वपूर्ण रहा है।

प्रमुख प्रकाशित पुस्तकें…

(हिन्दी में अनूदित)

उपन्यास : दिल्ली, पाकिस्तान मेल, औरतें, सनसेट क्लब, टाइगर टाइगर, बोलेगी न बुलबुल अब आदि।

कहानी : प्रतिनिधि कहानियाँ, खुशवंत सिंह की सम्पूर्ण कहानियाँ आदि।

आत्मकथा/संस्मरण : सच, प्यार और थोड़ी सी शरारत (अनुवाद- निर्मला जैन), मेरे मित्र : कुछ महिलाएँ – कुछ पुरुष, मेरी दुनिया मेरे दोस्त आदि।

इतिहास : सिखों का इतिहास (दो खंडों में, अनुवाद- उषा महाजन)

अन्य : मेरा लहूलुहान पंजाब

सम्मान तथा पुरस्कार…

२० मार्च, २०१४ को नई दिल्ली में ९९ वर्ष की आयु में निधन से पूर्व खुशवंत सिंह को अनेक पुरस्कार प्राप्त हुए थे, जिनमें से मुख्य हैं…

१. वर्ष २००० में प्राप्त ‘वर्ष का ईमानदार व्यक्ति’ सम्मान।
२. वर्ष १९७४ में राष्ट्रपति द्वारा दिया गया ‘पद्म भूषण’ अलंकरण, जिसे उन्होंने अमृतसर के ‘स्वर्ण मंदिर’ में केन्द्र सरकार की कार्रवाई के विरोध में वर्ष १९८४ में लौटा दिया था। तथा
३. वर्ष २००७ में इन्हें ‘पद्म विभूषण’ से भी सम्मानित किया गया।

अश्विनी रायhttp://shoot2pen.in
माताजी :- श्रीमती इंदु राय पिताजी :- श्री गिरिजा राय पता :- ग्राम - मांगोडेहरी, डाक- खीरी, जिला - बक्सर (बिहार) पिन - ८०२१२८ शिक्षा :- वाणिज्य स्नातक, एम.ए. संप्रत्ति :- किसान, लेखक पुस्तकें :- १. एकल प्रकाशित पुस्तक... बिहार - एक आईने की नजर से प्रकाशन के इंतजार में... ये उन दिनों की बात है, आर्यन, राम मंदिर, आपातकाल, जीवननामा - 12 खंड, दक्षिण भारत की यात्रा, महाभारत- वैज्ञानिक शोध, आदि। २. प्रकाशित साझा संग्रह... पेनिंग थॉट्स, अंजुली रंग भरी, ब्लौस्सौम ऑफ वर्ड्स, उजेस, हिन्दी साहित्य और राष्ट्रवाद, गंगा गीत माला (भोजपुरी), राम कथा के विविध आयाम, अलविदा कोरोना, एकाक्ष आदि। साथ ही पत्र पत्रिकाओं, ब्लॉग आदि में लिखना। सम्मान/पुरस्कार :- १. सितम्बर, २०१८ में मध्यप्रदेश सरकार द्वारा विश्व भर के विद्वतजनों के साथ तीन दिनों तक चलने वाले साहित्योत्त्सव में सम्मान। २. २५ नवम्बर २०१८ को The Indian Awaz 100 inspiring authors of India की तरफ से सम्मानित। ३. २६ जनवरी, २०१९ को The Sprit Mania के द्वारा सम्मानित। ४. ०३ फरवरी, २०१९, Literoma Publishing Services की तरफ से हिन्दी के विकास के लिए सम्मानित। ५. १८ फरवरी २०१९, भोजपुरी विकास न्यास द्वारा सम्मानित। ६. ३१ मार्च, २०१९, स्वामी विवेकानन्द एक्सिलेन्सि अवार्ड (खेल एवं युवा मंत्रालय भारत सरकार), कोलकाता। ७. २३ नवंबर, २०१९ को अयोध्या शोध संस्थान, संस्कृति विभाग, अयोध्या, उत्तरप्रदेश एवं साहित्य संचय फाउंडेशन, दिल्ली के साझा आयोजन में सम्मानित। ८. The Spirit Mania द्वारा TSM POPULAR AUTHOR AWARD 2K19 के लिए सम्मानित। ९. २२ दिसंबर, २०१९ को बक्सर हिन्दी साहित्य सम्मेलन, बक्सर द्वारा सम्मानित। १०. अक्टूबर, २०२० में श्री नर्मदा प्रकाशन द्वारा काव्य शिरोमणि सम्मान। आदि। हिन्दी एवं भोजपुरी भाषा के प्रति समर्पित कार्यों के लिए छोटे बड़े विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं द्वारा सम्मानित। संस्थाओं से जुड़ाव :- १. जिला अर्थ मंत्री, बक्सर हिंदी साहित्य सम्मेलन, बक्सर बिहार। बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन, पटना से सम्बद्ध। २. राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सह न्यासी, भोजपुरी विकास न्यास, बक्सर। ३. जिला कमिटी सदस्य, बक्सर। भोजपुरी साहित्य विकास मंच, कलकत्ता। ४. सदस्य, राष्ट्रवादी लेखक संघ ५. जिला महामंत्री, बक्सर। अखिल भारतीय साहित्य परिषद। ६. सदस्य, राष्ट्रीय संचार माध्यम परिषद। ईमेल :- ashwinirai1980@gmail.com ब्लॉग :- shoot2pen.in

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