आज पूरे विश्व में विद्वत समाज में से ऐसा कौन होगा जो काशी हिन्दू विश्वविद्यालय को नहीं जानता होगा। इस विश्वविद्यालय ने देश और विदेश को अनगिनत प्रतिभाएं दी हैं। बड़े बड़े...
हिन्दी के निबन्धकार और साहित्यकार पद्मनारायण राय जी का जन्म १० जनवरी, १९०८ को मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर में हुआ था। ये काफ़ी लम्बे समय तक 'नागरी प्रचारिणी पत्रिका' के सम्पादक रहे थे।
इनके...
आज हम बात करने वाले हैं, वर्ष १९०७ में बालगंगाधर तिलक के मराठी पत्र 'केसरी' के हिन्दी संस्करण की जिम्मेदारी निभाने वाले एवम हिन्दी साहित्य की महती सेवक श्री रामचन्द्र वर्मा जी...
वर्ष १९८३ में हुए विश्व कप क्रिकेट के एक ऐतिहासिक मैच का एक अविश्वसनीय किस्सा है, हुआ यह था कि सेमीफाइनल जैसे महत्वपूर्ण मैच में भारत और इंग्लैंड आमने-सामने थी। २२ जून,...
श्री कृष्ण बल्लभ सहाय
जन्म - ३१ दिसम्बर, १८९८
गांव - सेखपुर, पटना, बिहार
मध्यवर्गीय कायस्थ परिवार में जन्में श्री कृष्ण बल्लभ सहाय ने पटना और हजारी बाग से अपनी शिक्षा ग्रहण की थी।...
गुरु गोबिन्द सिंह जी की रचनायें...
१. जाप साहिब : एक निरंकार के गुणवाचक नामों का संकलन
२. अकाल उस्तत : अकाल पुरख की अस्तुति एवं कर्म काण्ड पर भारी चोट
३. बचित्र नाटक :...
खालसा पंथ की स्थापना...
गुरु गोबिंद सिंह जी का नेतृत्व सिख समुदाय के इतिहास में बहुत कुछ नया ले कर आया। उन्होंने वर्ष १६९९ में बैसाखी के दिन खालसा जो की सिख धर्म...
सिक्खों में युद्ध का उत्साह...
गुरु गोबिन्द सिंह ने सिक्खों में युद्ध का उत्साह बढ़ाने के लिए हर एक कदम उठाया। वीरता से भरी काव्य और संगीत का सृजन उन्होंने किया। उन्होंने अपने...