भजो रे भैया राम गोविंद हरी।
राम गोविंद हरी भजो रे भैया राम गोविंद हरी।।
जप तप साधन नहिं कछु लागत, खरचत नहिं गठरी।।
संतत संपत सुख के कारन, जासे भूल परी।।
कहत कबीर राम नहीं...
महर्षि कश्यप की पहली पत्नी अदिति से उत्पन्न हुए पुत्रों को आदित्य कहा जाता है, ये बारह हैं। इंद्र (देवताओं के राजा), विवस्वान् (सूर्य देव), पर्जन्य (मेघों के नियंत्रक), त्वष्टा (सूर्य को...
रविदास अथवा रैदास मध्यकालीन भारत के महान संत थे। इन्हें सतगुरु अथवा जगतगुरु की उपाधि दी जाती है। इन्होने रैदासिया अथवा रविदासिया पंथ की स्थापना की और इनके रचे गये कुछ भजन...
लेखक, गीतकार, कहानीकार, चित्रकार, मूर्तिकार, पुरातत्वविद् आदि विषयों में महारथ हासिल करने वाले कृष्णदास जी ‘ललित कला अकादमी' के भी सदस्य थे, परंतु उनका विशेष योगदान हिन्दी के प्रति रहा। उन्होंने इसमें...
आज हम बात करेंगे मूर्धन्य विद्वान पंडित श्री तीर्थनाथ झा जी के पौत्र व संस्कृत, हिन्दी, मैथिली एवं अंग्रेजी के मूर्धन्य विद्वान एवं शिक्षाशास्त्री गंगानाथ झा जी के पुत्र तथा पद्मभूषण सम्मान...
आपने भी शायद, शायद क्या निश्चित ही मनोहर पोथी का नाम सुना ही होगा। जी हां! वही मनोहर पोथी जिससे नौसिखियों को कभी हिन्दी सिखाया जाता था। मनोहर पोथी का शुद्ध और...
आज हम एक ऐसे प्रसिद्ध कवि के बारे में चर्चा करने वाले हैं, जिन्हें उत्तरप्रदेश सरकार ने 'भारत भारती पुरस्कार' से सम्मानित किया था तथा वे उन थोड़े-से कवियों में गिने जाते...
काव्य प्रेमियों के मानस को अपनी कलम और वाणी से झकझोरने वाले जादुई कवि श्री कैलाश गौतम जी का जन्म ८ जनवरी, १९४४ को वाराणसी जनपद के चंदौली अंतर्गत डिग्घी नामक गांव...