November 15, 2024

(शूट२पेन ऑनलाइन न्यूज)

अखिल भारतीय साहित्य परिषद, बक्सर (जिला इकाई) द्वारा आजादी के 75 वर्ष, अमृत महोत्सव वर्ष में विभाजन विभीषिका दिवस (14 अगस्त 2022) के अवसर पर शाश्वत पुस्तक सदन में एक परिचर्चा और कवि-गोष्ठी का अयोजन किया गया। परिषद के अध्यक्ष वरिष्ठ लधुकथाकार श्री अतुल मोहन प्रसाद ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। आगत साहित्यकारों का स्वागत कवि समीक्षक एवं परिषद के उपाध्यक्ष श्री उमेश कुमार पाठक ‘रवि ‘ ने किया। कार्यक्रम का कुशल संचालन लेखक एवं महामंत्री श्री अश्विनी राय ‘अरुण ‘ ने किया। कार्यक्रम का प्रथम सत्र अलीपुर, हरदोई (उ.प्र.) में संपन्न हुए, अखिल भारतीय साहित्य परिषद के सोलहवें अधिवेशन की सम्पूर्ण गतिविधियों पर प्रकाशित पुस्तक का लोकार्पण किया गया। सदस्यों ने परिषद के सोलहवें राष्ट्रीय अधिवेशन में संपन्न गतिविधियों पर अपनी सकारात्मक राय रखी। इस अवसर पर उपाध्यक्ष उमेश कुमार पाठक ‘रवि’ ने बक्सर जिला इकाई को परिचर्चा हेतु ऐसी उत्कृष्ट पुस्तकें प्रेषित करने के लिए अखिल भारतीय साहित्य परिषद, बिहार प्रदेश के सभी सम्मानित पदाधिकारियों और खासकर प्रदेश महामंत्री डॉ जनार्दन यादव जी के प्रति ह्रदय से आभार व्यक्त किया और परिषद की रचनात्मक गतिविधियों की सराहना की।

कार्यक्रम के द्वितीय सत्र में उपस्थित सभी कवियों ने राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत कविता पाठ किया। कविता-पाठ का शुभारंभ कवि उमेश कुमार पाठक ‘रवि ने सरस्वती वन्दना से किया। अतुल मोहन प्रसाद ने अपनी व्यंग कविताओं से सबको विस्मित कर दिया। इस अवसर पर अश्विनी राय ‘अरुण’, रामेश्वर मिश्र “विहान’, कुशध्वज सिंह ‘मुन्ना’ और महेश्वर ओझा महेश ने अपनी एक से एक सुंदर और सामयिक रचनाओं का पाठ किया। कार्यक्रम के तृतीय सत्र में देश-विभाजन की भयावह विभीषिका में जान गंवाने वाले अपने करोड़ों निर्दोष भारतीयों के बलिदान को याद किया गया और अखंड भारत का संकल्प व्यक्त किया गया। अंततः अपने शिष्ट धन्यवाद ज्ञापन से महामंत्री ‘अरुण’ ने सबको भावुक कर दिया। शांति मंत्र के साथ सौहार्दपूर्ण वातावरण में कार्यक्रम संपन्न हुआ।

 

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