आज हम बात करने वाले हैं उड़िया साहित्य के पितामह फकीर मोहन सेनापति के बारे में, जिनका जन्म १३ जनवरी, १८४३ (कहीं कहीं १४ जनवरी, १८४७) को उड़ीसा के तट पर 'बालेश्वर...
श्रीधर पाठक जी का जन्म ११ जनवरी, १८६० को आगरा जिला अंतर्गत जौंधरी नामक गाँव में हुआ था। उनके पिता जी का नाम पंडित लीलाधर था, जो 'सारस्वत' ब्राह्मणों के उस परिवार...
सोलहवीं सदी में एक वैष्णव संत हुए थे, अच्युतानन्द दास जी। जिनके बारे में कहा जाता था कि उन्हें भूत, वर्तमान एवं भविष्य देखने की ईश्वरीय शक्ति प्राप्त थी। वे महान लेखक...
आज हम ‘भारतेंदु साहित्य समिति' के सदस्य एवम छत्तीसगढ़ गौरव प्रचारक मंडली जो कालांतर में महाकौशल इतिहास परिषद कहलाया, की संस्थापक लोचन प्रसाद पाण्डेय जी के बारे में बात करेंगे...
परिचय...
लोचन प्रसाद पाण्डेय...
आज दैनिक जागरण को उत्तर भारत में रहने वाला ऐसा कौन होगा जो सर्वाधिक लोकप्रिय समाचारपत्र को नहीं पहचानता होगा? पिछले कई वर्षों से यह भारत में सर्वाधिक प्रसार संख्या वाला समाचार-पत्र...
‘आज मानव समाज अपने पतन के लिए खुद जिम्मेदार है। आज वह खुलकर हँस नहीं सकता। हँसने के लिए भी ‘लाफिंग क्लब’ का सहारा लेना पड़ता है। शुद्ध हवा के लिए ऑक्सीजन...
भारतीय वैदिक तथा शास्त्रीय परम्पराओं के महत्त्व पर विचार के साथ ही उनका वैज्ञानिक एवं दार्शनिक विवेचन एवं विश्लेषण प्रस्तुत करने वाले एवम भारत सरकार की संविधान संस्कृतानुवाद समिति के सदस्य तथा...
आज एक बार फिर से हम टैगोर परिवार से ताल्लुक रखने वाले सदस्य के बारे में चर्चा करेंगे। वो श्री सत्येंद्रनाथ टैगोर और ज्ञानदानंदिनी देवी की सबसे छोटी संतान और श्री सुरेंद्रनाथ...