विद्यापति मैथिली और संस्कृत भाषा के कवि, संगीतकार, लेखक, दरबारी और राज पुरोहित थे। वह शिव के भक्त थे, लेकिन उन्होंने प्रेम गीत और भक्ति वैष्णव गीत भी लिखे। उन्हें 'मैथिल कवि...
श्रीरामकृष्ण परमहंस के शिष्य एवं परमहंस योगानंद के गुरु श्रीमान 'एम' तथा 'मास्टर महाशय' के नाम से प्रसिद्ध महेन्द्रनाथ गुप्त का जन्म १२ मार्च, १८५४ को कोलकाता (कलकत्ता) में हुआ था।
परिचय...
महेंद्रनाथ गुप्ता...
आज हम बात करेंगे, श्री रामकृष्ण परमहंस के प्रमुख शिष्यों में से एक एवं प्रमुख बंगाली संगीतकार, कवि, नाटककार, उपन्यासकार, नाट्यपरिचालक और नट के बारे में, जिन्होंने ‘ग्रेट नेशनल थिएटर’ की स्थापना...
आज हम बात करने वाले हैं, संस्कृत, फ़ारसी, बंगला और अंग्रेजी भाषाओं के ज्ञाता व भारतीय वांङ्मय की खोज कर अवधि भाषा में पाठकों के लिए उपलब्ध कराने वाले वाडिया इंस्टीट्यूट' के...
आज हम बात करने वाले हैं, एक शिक्षित परिवार में जन्मी सरोजिनी चट्टोपाध्याय के जीवन यात्रा के बारे में। अपनी जीवन यात्रा के दौरान वो कभी समाज सेविका बनी तो कभी क्रांति...
आज हम बात करने वाले हैं, वर्ष १९०७ में बालगंगाधर तिलक के मराठी पत्र 'केसरी' के हिन्दी संस्करण की जिम्मेदारी निभाने वाले एवम हिन्दी साहित्य की महती सेवक श्री रामचन्द्र वर्मा जी...
आज एक बार फिर से हम टैगोर परिवार से ताल्लुक रखने वाले सदस्य के बारे में चर्चा करेंगे। वो श्री सत्येंद्रनाथ टैगोर और ज्ञानदानंदिनी देवी की सबसे छोटी संतान और श्री सुरेंद्रनाथ...
आज हम एक ऐसे इतिहासकार के बारे में बात करने जा रहे हैं, जिन्हें हमारी कलम ने अपना आदर्श माना है, वे ऐसे इतिहासकार थे, जिन्होंने देश की स्वतंत्रता को अपने जीवन...