कितने झंझावात आते, सबको उसने झेला था। जितने बाधा, कंटक आते, सबसे उसने खेला...
कविता
जीवन की धमनियों में बहते प्रवाह को ही कविता कहते हैं।
UBI Contest ११६ शीर्षक : यदि दुनिया गुलाबी होती यदि दुनिया गुलाबी होती,...
गांधारी गम के सागर में डूबी, अपने दूध को, अपनों के रक्त में...
UBI Contest – 110 ईंट और पत्थरों के बीच, एक अद्वितीय संगम है।...
मेरा लक्ष्य पैसा है, पता नहीं ! मेरा लक्ष्य अध्यात्म है, यह...
मैंने कहा, जाती हुई उम्र से… ‘जरा ठहरो ना’ उसने कहा, मैं उम्र हूं!...
कभी बचपन के पास से गुजर कर देखो बचपना आ जाएगा। कभी पचपन के...
#UBI_contest_111 #कविता विषय : आम का अचार आम का अचार बनाते हैं, आओ खाते...
आज की कविता है, बेटियां तितली नहीं हैं! इस कविता के रचनाकार हैं,...