April 29, 2024

एक नक़्शे की मदद से अजर, अमर और काया को निरोगी रखने वाली दवा की तलाश करते डॉ. लिली हॉटन (एमिली ब्लंट) और उनके भाई मॅक्ग्रेगोर हॉटन (जैक व्हाइटहॉल) मिलते हैं फ्रैंक वुल्फ (ड्वेन जॉनसन) से जो अपनी टूटी फूटी नाव और अपने जैगुआर प्रॉक्सीमा के साथ उन्हें ‘ट्री ऑफ लाइफ’ ढूंढने में मदद करता है। फ्रैंक मस्तमौला व्यक्ति है, वो अपनी हरकतों से पूरे समय मस्ती करता रहता है। इन लोगों के अलावा भी ट्री ऑफ़ लाइफ के पीछे जर्मन राजघराने का प्रिंस जोएकिम भी पड़ा हुआ है। वह चाहता है कि पेड़ के पत्तों से जर्मनी की फौज पूरी तरह से अजर अमर बन जाए। इस तरह से वह पूरी दुनिया पर जर्मनी का राज फैलाना चाहता है। फिल्म देखने के बाद ही आप यह महसूस कर सकते हैं कि पूरी फिल्म में हर कदम पर एक नया रोमांच है। इस फिल्म में ऐसा कोई भी किरदार नहीं है जो बेमतलब का हो। जहां एक तरफ लिली, ट्री ऑफ लाइफ की मदद से पूरी दुनिया को बीमारियों से मुक्ति दिलाना चाहती है तो वहीं उसका भाई सिर्फ इसलिए उसके साथ चल पड़ता है क्योंकि वो अपनी गलत हरकतों की वजह से अपने परिवार से निकाल दिया गया है। पूरे परिवार में सिर्फ लिली ही उसका साथ देती है। कहानी जब आगे बढ़ती है तो पता चलता है कि एक पुरानी दुर्घटना, तकरीबन चार सौ साल पुरानी घटना में फ्रैंक को ट्री ऑफ़ लाइफ की वजह से अमर होने का शाप प्राप्त होता है और वह इस शाप से मुक्ति पाने के लिए ट्री ऑफ लाइफ ढूंढ रहा होता है। कहानी एक बार फिर आगे बढ़ता है, अमरत्व को प्राप्त फ्रैंक के अन्य साथी भी फ्रैंक के पीछे पड़ जाते हैं। यह पूरी फिल्म में ट्री ऑफ़ लाइफ को खोजने की कहानी है। पूरे धूम धड़ाके के बाद ट्री ऑफ़ लाइफ का सिर्फ एक फूल लिली के हाथ लगता है। वह इस फूल का क्या करती है? यही इस फिल्म का सस्पेंस है।

जंगल क्रूज नामक यह फिल्म १७ सालों से लगातार चल रहे विचार विमर्श का परिणाम है। यह फिल्म किन्हीं ना किन्हीं कारणों से रुकते, चलते आखिरकार अपने मुकाम तक पहुंचने में सफल हो गई। कभी कास्ट तो कभी फंड्स, कभी कहानी पूरी तरह से न बन पाने की वजह से ये फिल्म का निर्माण टलता रहा। अंततः फिल्म को दर्शकों ने पसंद कर ही लिया, लेकिन समीक्षकों की राय अलग अलग है। फिर भी फिल्म बेहद मज़ेदार है। देखिये मजा जरूर आएगा। समीक्षकों की राय चाहे जैसी भी हो, डिज़्नी इस फिल्म का सीक्वल बनाने की तैयारी कर रहा है। जहां तक हमने सुना है, ड्वेन और एमिली इस सीक्वल में भी नज़र आएंगे।

इस फिल्म में एडवेंचर के साथ कंप्यूटर ग्राफ़िक्स और मोशन कैप्चर टेक्नोलॉजी की मदद से जानवरों के कई अंश रखे गए हैं जो बच्चों को बहुत पसंद आएंगे। वैसे भी डिज़्नी की फिल्में परिवार के नज़रिये से ही बनाई जाती हैं। निर्देशक जॉम कॉलेट सेरा ने इस बार बिलकुल ही अलग जॉनर की फिल्म बनायी है। इसके पहले उन्होंने हाउस ऑफ़ वैक्स, ऑर्फ़न या द शैलोस जैसी हॉरर फिल्में बनायीं हैं या फिर नॉनस्टॉप और रन ऑल नाईट जैसी एक्शन फिल्में। जंगल क्रूज जैसी फैंटसी एडवेंचर फिल्म बना कर उन्होंने अपने बहुआयामी होने का सफल परिचय दिया है। करीब दो वर्षों तक इसका प्रोडक्शन होता रहा और डिज़्नी की और फिल्मों की ही तरह इस पर पैसा पानी की तरह बहाया गया। और पैसा बहे भी क्यूं ना, आखिर वॉल्ट डिज्नी की रचनात्मकता को कोई प्रमाण की जरुरत है। आज वाल्ट डिज्नी तो नहीं हैं, मगर उनकी प्रोडक्शन कंपनी डिज्नी स्टूडियोज आज भी किसी फिल्म को बनाती है तो ये उम्मीद करना तय है कि फिल्म में एंटरटेनमेंट का ओवरडोज मिलेगा ही।

और अंत में, हाल ही में डिज्नी + हॉटस्टार पर रिलीज ‘जंगल क्रूज’ एक ऐसी बेहतरीन एडवेंचर फैंटसी फिल्म है, जिसे पूरे परिवार के साथ देखा जाना चाहिए। तकरीबन २०० मिलियन डॉलर यानि तकरीबन १५ अरब रुपये की लागत से बनी इस फिल्म में आपको एक ऐसे सफर का मज़ा मिलेगा जो हंसाएगा, रोमांच महसूस कराएगा और सबसे बड़ी बात कि एक पल के लिए भी आपको नजर हटाने नहीं देगा।

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